भारतीय इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज प्रथम स्वाधीनता संग्राम की महा नायिका खूब लड़ी मर्दानी झाँसी की रानी लक्ष्मी बाई का आज जन्म दिन [19 नवम्बर ,1835 ] है। इस अवसर पर इस वीरांगना के चरणों में हमारा शत -शत नमन। राष्ट्रिय अस्मिता और अपनी जन्मभूमि की रक्षा के लिए भारत माँ की इस बहादुर पुत्री ने अंग्रेजी शासकों से लोहा लिया और लड़ते -लड़ते अपने प्राणों को भी न्योछावर कर दिया। सन 1857 में भारत की स्वतन्त्रता के लिए लड़े गए सशस्त्र संग्राम में झाँसी की रानी मुख्य भूमिका में थी। उसने अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। हम भारतियों को गर्व होना चाहिए ऐसी वीरांगनाओं पर जिन्होंने युद्ध भूमि में भी दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए। भारत को आज़ाद करवाने के लिए असंख्य लोगों ने अपने जीवन का बलिदान दिया है हम उन सभी बलिदानियों के ऋणी हैं और हमेशा उनका नाम भारत के इतिहास में अजर -अमर बना रहेगा।
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